महात्मा गांधी का जन्म कब हुआ
महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर, 1869 को पोरबंदर, गुजरात, भारत में हुआ था। वह पोरबंदर रियासत के मुख्यमंत्री करमचंद गांधी और पुतलीबाई के सबसे छोटे बेटे थे। गांधी एक शर्मीले और अंतर्मुखी बच्चे थे, और उन्हें अक्सर उनके सहपाठियों द्वारा धमकाया जाता था। हालाँकि, वह एक उज्ज्वल छात्र भी था, और उसने अपनी पढ़ाई में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
महात्मा गांधी को इंग्लैंड जाने से क्या फायदा हुआ
1887 में, गांधी कानून का अध्ययन करने के लिए इंग्लैंड गए। वह यूरोप की यात्रा करने वाले अपने परिवार के पहले सदस्य थे। इंग्लैंड में रहते हुए, गांधी को हिंदू दार्शनिक, स्वामी विवेकानंद की शिक्षाओं में दिलचस्पी हो गई। विवेकानंद ने अहिंसा और सामाजिक सुधार के महत्व का प्रचार किया था और इन विचारों का गांधी पर गहरा प्रभाव पड़ा।
महात्मा गांधी पढ़ाई के बाद क्या किये थे
लॉ स्कूल से स्नातक करने के बाद, गांधी 1891 में भारत लौट आए। उन्होंने बॉम्बे में एक कानून अभ्यास स्थापित किया, लेकिन जल्द ही उन्हें पता चला कि वह बहुत सफल नहीं थे। 1893 में, उन्हें दक्षिण अफ्रीका में एक मुस्लिम मुवक्किल का पत्र मिला, जिसे स्थानीय अधिकारियों द्वारा परेशान किया जा रहा था। गांधी ने अपने मुवक्किल की मदद करने के लिए दक्षिण अफ्रीका जाने का फैसला किया और वह वहां 21 साल तक रहे।
महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका में अपने समय के दौरान क्या किये थे
दक्षिण अफ्रीका में अपने समय के दौरान, गांधी नागरिक अधिकारों के लिए भारतीय प्रवासियों के संघर्ष में शामिल हो गए। उन्होंने नस्लीय भेदभाव के खिलाफ विरोध का नेतृत्व किया, और उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में पहले भारतीय राजनीतिक संगठन नेटाल इंडियन कांग्रेस की भी स्थापना की। दक्षिण अफ्रीका में गांधी के काम ने उनके अहिंसा, या सत्याग्रह के दर्शन को विकसित करने में मदद की। सत्याग्रह अहिंसक प्रतिरोध का एक रूप है जो सामाजिक परिवर्तन को प्राप्त करने के लिए बहिष्कार, हड़ताल और अन्य शांतिपूर्ण तरीकों का उपयोग करता है।
महात्मा गांधी भारत के लिए क्या किये थे
1915 में, गांधी भारत लौट आए। वह शीघ्र ही स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल हो गए और उन्होंने ब्रिटिश शासन के खिलाफ कई विरोध प्रदर्शनों का नेतृत्व किया। गांधी के अहिंसा के तरीके अक्सर सफल रहे, और उन्होंने 1947 में भारत की स्वतंत्रता लाने में मदद की।
आजादी के बाद गांधी ने समाज सुधार के लिए काम करना जारी रखा। उन्होंने अस्पृश्यता के उन्मूलन के लिए अभियानों का नेतृत्व किया, हिंदू जाति व्यवस्था जो निम्न जन्म के लोगों के साथ भेदभाव करती है। उन्होंने गरीबों और शोषितों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए भी काम किया।
30 जनवरी, 1948 को एक हिंदू उग्रवादी द्वारा गांधी की हत्या कर दी गई थी। वह 78 वर्ष के थे। गांधी को आधुनिक भारत का जनक माना जाता है, और अहिंसा और सामाजिक सुधार की उनकी विरासत दुनिया भर के लोगों को प्रेरित करती है।
यहाँ महात्मा गांधी के कुछ सबसे प्रसिद्ध उद्धरण हैं:
1. खुद वो बदलाव बनिए जो आप दुनिया में देखना चाहते हैं।
2. आंख के बदले आंख से पूरी दुनिया अंधी हो जाएगी।
3. ताकत जीतने से नहीं आती है। आपके संघर्ष आपकी ताकत को विकसित करते हैं। जब आप कठिनाइयों से गुजरते हैं और आत्मसमर्पण नहीं करने का फैसला करते हैं, तो वह ताकत है।
4. खुशी तब है जब आप जो सोचते हैं, जो कहते हैं, और जो करते हैं, सामंजस्य में हों।
5. खुद को खोजने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप खुद को दूसरों की सेवा में खो दें।
गांधी के जीवन और शिक्षाओं का दुनिया पर गहरा प्रभाव पड़ा है। वह अहिंसा और सामाजिक न्याय में विश्वास रखने वाले लोगों के लिए एक आदर्श हैं। वह एक अनुस्मारक है कि हम सभी दुनिया में एक अंतर ला सकते हैं, चाहे हमारे कार्य कितने भी छोटे क्यों न लगें।
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